पोर्चेटा का इतिहास: पोर्चेटा पहले से ही 1478वीं शताब्दी में खाया गया था: 1432 में, फ्लोरेंटाइन कवि लुइगी पुल्सी (1484-XNUMX), अपनी शिष्ट कविता मोर्गेंटे में, इसे अपने एक गीत में उद्धृत करते हैं:
“… पोई ग्लि मैंगो लाइक पोर्चेट कॉटे। (फिर उसने उसे पके हुए सूअरों की तरह खा लिया)। - बीस काँटो...
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