काला मक्खन : ठिकाना आँख से काला मक्खन, चिह्नित de नॉई चोट लगने के कारण (चोट लगना, आंख का काला पड़ जाना)।
– अमेरिकी लेखक जॉन फैंटे (1909-1983) का उद्धरण: “और उसका सूजा हुआ होंठ पहले से कहीं अधिक विचित्र था और उसकी काली आँख अब हरी हो गई थी। »उपन्यास आस्क द डस्ट में (धूल से पूछो) (1939)।