बकवादी : एनएम आर्ग। (शब्द से आ रहा है मुंह). वह लेखक जो अपनी कलम को कीचड़ में डुबोकर उन किताबों पर छिड़कता है जिनके लेखक उसे पसंद नहीं हैं।
व्यक्ति जिसे चिल्लाने का विशेष स्वाद है।
पत्रकार जो कुकी-कटर और नक़्क़ाशी के साथ वाद-विवाद का अभ्यास करता है।